राधा रानी की सबसे सुंदर भव्य महा आरती | Aarti Bhanudulari Ki by Jagadguru Kripalu Ji | Kirti Mandir

Aarti Bhanudulari Ki by Jagadguru Kripalu Ji | Kirti Mandir आरती भानुदुलारी की, कि श्री बरसाने वारी की । Let’s welcome our Radha Rani with this amazing Maha Aarti. This aarti is written and composed by Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj. आइए अपनी राधा रानी का अभिनन्दन इस अत्यंत ही सुन्दर महा आरती से करें। यह आरती जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज द्वारा लिखित और रचित है। Radhashtami Welcome - राधा रानी की सबसे सुंदर भव्य महा आरती | Barsana Dham To watch, more wonderful videos like this, click here 👉 to go to our Official Channel To know more about Jagadguru Shri Kripalu Ji Maharaj: आरती भानुदुलारी की, कि श्री बरसाने वारी की । विराजैं सिंहासन श्यामा, दिव्य श्री वृंदावन धामा, ढुरावैं चँवर सुघर बामा, पलोटैं पग पूरन कामा, ललीपग अंक, चापि निःशंक, श्याम जनुरंक, पाइ निधि पारस प्यारी की । गौरसिर कनक मुकुट राजै, चंद्रिका चारु सुछवि छाजै, कुटिल कुंतल अलि भल भ्राजै, लखत जेहि शिखि कलाप लाजै, माँग सिंदूर , मोतियनपूर , सजीवन मूर , ब्रह्म गोवर्धनधारी की । श्रवण बिच करणफूल झलकै, नासिका बिच बेसर हलकै, नयन बिच प्रेम - सुधा छलकै, बंधु बल के लखि लखि ललकै, चपलनथ - चमक, दसन - दुति - दमक, सुमुखि - मुख - रमक, मधुर मुसकनि सुकुमारी की । मोतियन लर उर मणि माला, चिबुक झलकत इक तिल काला, शंभु शुक दै सँग करताला, लली गुन गावति ब्रजबाला, कबहुँ मुख मुरनि, कबहुँ दृग दुरनि, कबहुँ दृग जुरनि, कबहुँ सुधि भुरनि बिहारी की । किनारिन जरिन नील सारी, कंचुकी कुमकुम रँग वारी, चुरी कर कंकन मनहारी, छीन कटि किंकिनि छवि न्यारी, पायलनि पगनि, मिहावरि लगनि, बीछुवनि नगनि, ‘ कृपालु ’ सुकीर्ति कुमारी की ।। Video Tags: #mahaarti #aarti #kirtimandir #radhaashtami #radharani #radharannistatus #devotionalsongs #bhaktisongs #bhaktisong #radhakrishnabhajan #bhajan #kirtan #radhakrishna #vrindavan #vrindavanbhajan #kripalujimaharaj #jagadgurukripalujimaharaj #jagadgurushrikripalujimaharaj #bhakti #radheradhe #jkp_bhajan *जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज का संक्षिप्त परिचय* जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज को काशी विद्वत् परिषद् द्वारा 14 जनवरी, सन् 1957 में जगद्गुरु की मूल उपाधि से विभूषित किया गया
Back to Top